बॉलीवुड के सुपरस्टार Salman Khan की पर्सनैलिटी राइट्स (Personality Rights) के उल्लंघन को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट ने हाल ही में महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए हैं। यह मामला न केवल फिल्म इंडस्ट्री बल्कि मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के लिए भी एक मील का पत्थर साबित हो सकता है। इस केस का मुख्य फोकस है कि किसी व्यक्ति की छवि, नाम या व्यक्तित्व का इस्तेमाल उसके अनुमति के बिना नहीं किया जा सकता, चाहे वह मीडिया हो या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म।
पृष्ठभूमि
Salman Khan ने अदालत में दावा किया कि कुछ मीडिया हाउस, डिजिटल पोर्टल और सोशल मीडिया पेज उनके छवि और पर्सनैलिटी का गलत या बिना अनुमति उपयोग कर रहे हैं। यह मामला इसलिए खास है क्योंकि:
- सेलिब्रिटी पर्सनैलिटी राइट्स के मामले अभी भी भारत में स्पष्ट कानून के दायरे में पूरी तरह नहीं हैं।
- सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव और OTT प्लेटफॉर्म्स पर कंटेंट का फैलाव इस मामले को और संवेदनशील बना रहा है।
- फिल्म इंडस्ट्री में छवि अधिकार (Image Rights) का संरक्षण लंबे समय से विवाद का विषय रहा है।
कोर्ट ने क्या निर्देश दिए?
दिल्ली हाईकोर्ट ने मामले में कुछ अहम निर्देश जारी किए हैं:
- अनधिकृत उपयोग पर रोक
कोर्ट ने साफ निर्देश दिया कि किसी भी व्यक्ति की छवि, नाम या व्यक्तित्व का बिना अनुमति उपयोग करना कानून का उल्लंघन है। - डिजिटल प्लेटफॉर्म की जिम्मेदारी
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और OTT कंपनियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि कंटेंट में सेलिब्रिटी के पर्सनैलिटी राइट्स का उल्लंघन न हो। - अधिकारों का सम्मान
अगर कोई मीडिया हाउस या वेबसाइट इमेज या वीडियो प्रकाशित करता है तो उसे सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के दिशानिर्देशों के अनुरूप अनुमति लेना अनिवार्य है। - शिकायत निवारण तंत्र
कोर्ट ने निर्देश दिया कि शिकायत मिलने पर प्लेटफॉर्म तुरंत कंटेंट हटाने या समाधान देने की प्रक्रिया अपनाएं।
Salman Khan के अधिकार और Indian Law
भारत में Personality Rights का अधिकार कॉपीराइट एक्ट, 1957 और भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत आंशिक रूप से संरक्षित है।
- कॉपीराइट एक्ट: मूल रूप से रचनात्मक काम (Creative Work) पर अधिकार देता है।
- अनुच्छेद 21: निजता और व्यक्तिगत सम्मान की रक्षा करता है।
हालांकि, बॉलीवुड स्टार्स के मामले में यह मुद्दा तब उठता है जब उनकी छवि या नाम का इस्तेमाल व्यावसायिक लाभ के लिए किया जाता है।
मीडिया और सोशल मीडिया पर असर
इस हाईकोर्ट निर्देश का असर बड़े पैमाने पर देखा जा सकता है:
- मीडिया हाउस और न्यूज पोर्टल्स
- अब वे बिना अनुमति सेलिब्रिटी की फोटो या वीडियो इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।
- विशेषकर प्रमोशनल कंटेंट, मैगजीन और डिजिटल न्यूज़ में बदलाव जरूरी है।
- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स
- YouTube, Instagram, Facebook जैसे प्लेटफॉर्म को निर्देश दिए गए हैं कि शिकायत मिलने पर कंटेंट तुरंत हटाएं।
- सेलिब्रिटी कंटेंट के लिए अनुमति प्रक्रिया को अधिक स्पष्ट किया जाएगा।
- OTT और Web Series
- OTT प्लेटफॉर्म्स को भी अब ध्यान रखना होगा कि किसी स्टार की छवि या नाम का गलत इस्तेमाल न हो।
Celebrity Rights और Indian Entertainment Industry में महत्व
यह केस सेलिब्रिटी पर्सनैलिटी राइट्स को लेकर भारत में एक नया प्रीकेंडेंट (Precedent) बन सकता है। इसके महत्व को समझने के लिए कुछ बिंदु:
- वित्तीय नुकसान का रोकथाम: किसी की पर्सनैलिटी का अनधिकृत इस्तेमाल करने पर स्टार को आर्थिक नुकसान हो सकता है।
- छवि का संरक्षण: किसी की छवि का गलत या विवादित इस्तेमाल उनके ब्रांड और प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा सकता है।
- कानूनी सुरक्षा का मार्ग: हाईकोर्ट निर्देश के बाद स्टार्स और उनके प्रबंधक अब कोर्ट में आसानी से शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
Salman Khan के वकीलों का बयान
Salman Khan के वकील ने कहा:
“यह निर्णय केवल Salman Khan के लिए नहीं बल्कि सभी सेलिब्रिटीज के लिए महत्वपूर्ण है। अब कोई भी मीडिया हाउस या प्लेटफॉर्म बिना अनुमति कंटेंट का इस्तेमाल नहीं कर पाएगा। यह न्यायिक दिशा आगे बढ़ते डिजिटल युग में सेलिब्रिटी अधिकारों की रक्षा करती है।”
Media Experts का विचार
- कई मीडिया एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह निर्देश न्यूज और डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री में संतुलन बनाएगा।
- OTT और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को अब अपने कंटेंट मॉडरेशन पॉलिसी को मजबूत करना होगा।
सम्भावित परिणाम और भविष्य
अनधिकृत कंटेंट में कमी
सोशल मीडिया और न्यूज़ पोर्टल पर सेलिब्रिटी कंटेंट की निगरानी बढ़ेगी।
स्टार्स के अधिकार सुरक्षित होंगे
उनके नाम और इमेज का व्यवसायिक फायदा केवल उनकी अनुमति से ही होगा।
डिजिटल प्लेटफॉर्म जिम्मेदार होंगे
High Court ने साफ किया कि प्लेटफॉर्म पर कंटेंट डालने वाले भी कानूनी रूप से जिम्मेदार हैं।
निष्कर्ष
Salman Khan Personality Rights केस और Delhi High Court के निर्देश भारतीय मीडिया, डिजिटल प्लेटफॉर्म और बॉलीवुड के लिए मील का पत्थर हैं। यह केस न केवल स्टार्स के अधिकारों को सुरक्षित करता है बल्कि डिजिटल मीडिया के लिए एक नया कानून और नियम स्थापित करता है।
अब मीडिया हाउस, OTT प्लेटफॉर्म और सोशल मीडिया को सेलिब्रिटी पर्सनैलिटी राइट्स का सम्मान करना अनिवार्य होगा। यह फैसला आने वाले समय में भारत में Celebrity Rights Law को और मजबूत करेगा।

















