कुछ व्यक्ति ऐसे होते है जो एक अलग सोच लेकर राजनीती जगत में कदम रखते है | परंपरा को तोड़कर नई सोच के साथ आगे बढ़ते है | कुछ ऐसा ही कहानी है पुष्पम प्रिया चौधरी (Pushpam Priya Chudhary) जो एक युवा है , शिक्षित है और आत्मविश्वासी महिला हैं | उन्होंने बिहार के राजनीति में कदम रखने से पहले एक नारा दिया ” Bihar Deservers Batter “
पुष्पम प्रिया चौधरी ने अपनी पढाई लन्दन से किया | और पढाई करके जब लौटी तो उसने अपनी एक पार्टी का स्थापना किया जिसका नाम रखा – Plurals Party
शुरूआती जीवन और शिक्षा का सफर
Pushpam Priya Chaudhary का जन्म बिहार के पावन भूमि दरभंगा जिला में हुआ | उनके पिता जी का नाम विनोद चौधरी है जो पूर्व में JDU (जनता दल यूनाइटेड) का वरिस्ट नेता और मंत्री रह चुके है | पुष्पम प्रिया चौधरी बचपन से ही ऐसे माहौल में पली – बढ़ी है जहाँ उनको अपने परिवार से ही राजनीति सिखने को मिला | वो चाहती तो राजनीति में बनाये अपने पिता के विरासत पर चलकर नाम कमा सकती थी , लेकिन अपने बल – बूते पर नाम बनाने और विरासत में मिली राजनीति की कुर्सी में फर्क होता है , इसलिए उन्होंने पहले अपना खुद का पार्टी बनाया और राजनीती के सड़क पर सुरुआत से चलने का एक बहुत ही कठिन निर्णय लिया जो कहीं से उनके लिए भी आसान नहीं है |
पुष्पम प्रिया चौधरी ने अपनी सुरुआती पढाई बिहार में अपने गाँव से ग्रहण की | सुरुआती शिक्षा अर्जित करने के बाद उन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए लन्दन की तरफ रुख किया | लन्दन से उन्होंने (LSE) यानि ” लन्दन स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स एंड पोलिटिकल साइंस की पढाई की |
राजनीति जगत में पहला कदम
साल था २०२० का जब बिहार में विधानसभा का चुनाव होने वाला था , उससे ठीक पहले Pushpam Priya Chaudhary ने राजनीती में अपना पैर रखा | और उन्होंने Plurals Party की नीव रखी | और खुद (CM) मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में पेश किया , और यही वो समय था जब पुष्पम प्रिया चौधरी रातों – रात सभी के जुबान पर चढ़ गया |
उनका मानना था और वो कहती है – हर नागरिक मुख्यमंत्री है यानि “Every Person is Chief Minister” वह यह सोचती है और मानती है की बिहार में इसलिए इतना बेरोजगारी , अशिक्षा और पिछड़ापन है क्योंकि बिहार राज्य को विकास की नई सोच और पर्दार्सिता की जरुरत है |
Plurals Party की स्थापना का उदेश्य और मिशन
इस पार्टी की नीव आधुनिक सोच , लोकतांत्रिक और iclusive सोच के साथ हुई | इस पार्टी का लक्ष्य यह है की जाती और धर्म से ऊपर उठकर राजनीति होना चाहिए | विकास और शिक्षा की स्तर कैसे बढे इस बात पर राजनीति होनी चाहिए |
जैसा की सभी लोग जानते है की बिहार में हमेसा से जाती आधारित राजनीति होता आया है , यहाँ की जनता जाती देख कर वोट देते है और यह भी एक कारन है जिसकी वजह से बिहार आजतक गरीब राज्य बनकर अपना नाम पहले नंबर पर दर्ज करवाता रहा है | और पुष्पम प्रिया चौधरी इसी मुद्दे को लेकर आगे बढ रही की बिहार को विकास करना है तो उन्हें इन दो चीजों से ऊपर उठकर अपना नेता चुनना होगा | पुष्पम प्रिया चौधरी के हिसाब से Marrit और Governance आधारित राजनीति को बल मिलना चाहिए |
पार्टी का स्लोगन है – “Bihar Deserves Better” पुष्पम प्रिया चौधरी के द्वारा दिया गया यह सिर्फ एक नारा नहीं बल्कि इसको एक मिशन बना दिया |
चुनाव के मैदान में पहला मुकाबला और परिणाम
- बिहार विधासभा चुनाव 2020 पुष्पम प्रिया चौधरी ने मधुबन्नी के बिस्फी से चुनावी रन में उतरी
- उनकी पार्टी के कई प्रत्यासी अलग – अलग क्षेत्र से चुनावी मैदान में थे
- उस वक्त सोशल मिडिया और मिडिया चैनल पर खूब सुर्खिया इनको मिला था
- जमीन पर हकीकत में इनको सफलता नहीं मिली
- आलम ये रहा की पुष्पम प्रिया चौधरी जिस सीट से चुनाव लड़ रही थी वहां से खुद भी चुनाव हार गई
- चुनाव हारने के बाद भी राजनीति में में उनके मनोबल पर कुछ खास असर नहीं हुआ
- महिला नेत्रित्व और युवा सोच को हमेसा बल देती रही
विचारधारा और भविष्य का लक्ष्य
पुष्पम प्रिया की सोच बांकी सभी पार्टियों के नेताओं से बिलकुल ही अलग है | उनका कहना है – राजनीति जनता की सेवा का माध्यम है ना की सत्ता शाधन का | उनकी पार्टी का विजन है शिक्षा में सुधार , रोजगार के अवसर , महिलाओं को सुरक्षा और स्पस्ट पारदशी प्रशासन व्यवस्था है |
पुष्पम प्रिया चौधरी का मानना है की – बिहार को विकास की एक बुलेट ट्रेन पर बैठा कर विकाश की रफ़्तार देने के लिए सोच और सिस्टम दोनो को बदलना होगा |
निंदा और मुश्किलें
भले ही पुष्पम प्रिया चौधरी राजनीती में एक नई और बदलाव करने की सोच से आई ,लेकिन उनके लिए यह निर्णय लेना और इन रास्तो पर चलते रहना आसान नहीं है | कई लोगों ने यहाँ तक कहा की उनकी राजनीति एलिट वर्ग की है , और जमीन स्तर पर उनकी पकड़ थोड़ी कम है | इसके आलावा भी अगर हम देखें तो पुष्पम प्रिया चौधरी की पार्टी को संगठन के रूप में कुछ ज्यादा सफलता नहीं मिल पाया है |
फिर भी इन सभी परेशानियों के बाद भी पुष्पम प्रिया चौधरी ने राजनीति से दुरी नहीं बनाया है बल्कि और ज्यादा ही संग्कल्पित होकर राजनीती में आगे बढ़ते जा रही है |
वर्तमान में पार्टी की स्थिति और परिदृश्य
पुष्पम प्रिया चौधरी 2020 से लेकर अभी भी 2025 तक सोशल मिडिया पर सक्रिय रूप से लगातार एक्टिव है और शायद आगे भी इशी क्षेत्र में अपना पूरा जीवन लगा सकती है | क्योंकि उनसे एक Interview के दौरान पूछा गया था की पुष्पम प्रिया चौधरी शादी कब करेंगी तो उनका जवाब काफी लोगों के दिल को छू गया | उन्होंने कहा मै अपना 100 प्रतिशत राजनीती में बिहार के विकाश को देना चाहूंगी और अगर मैंने शादी कर ली तो मै 100 प्रतिशत नहीं दे पाऊँगी इसलिए मैंने प्रण लिया है की मै आजीवन शादी जैसे बंधन में नहीं बंधना चाहूंगी |
वहीँ पर आपको बता दें की पुष्पम प्रिया चौधरी की पार्टी (Plurals Party) राजनीति में उतना सक्रिय नहीं है , लेकी उनका डिजिटल जो प्रभाव है वह जरुर कायम है | ताज़ा जानकारी के मुताबिक 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में वह फिर से उतरने वाली है | बिहार विधानसभा में कुल सीटों की संख्यां -243 है और उनकी पार्टी इन अभी सीट पर लड़ेगी | अब देखना होगा की क्या इस बार पुष्पम प्रिया चौधरी को बिहार की जनता के तरफ से एक भारी बहुमत मिलता है या फिर पिछले बार की तरह एक बार फिर से निराशा ही हाथ लगता है |
अगर सोच बदले तो सिस्टम भी बदल सकती है


















